पलाश और कुसुम की कहानी : एपिसोड – १४ (14)

पलाश और कुसुम

कुसुम के पिताजी अब्दुल हसनआज दुकान नहीं गए। वैसे उनके न जाने से कुछ खास फरक नहीं पड़ेगा। दो बावर्ची, चार कर्मचारी उनके होटल में काम करता है। वो सिर्फ कैश पर बैठते है। आज उनकी बड़ी बेटी मुन्नी शहर से आ रही है। साथ में उसका पति सईद और देवर शब्बीर आ रहा है। … Read more